बैतूल। गुरूद्वारा प्रबंधक बैतूल के प्रवक्ता सरदार सुखदर्शन सिंघ ने बताया कि प्रकाश पर्व के अवसर पर आज सुबह 11 बजे से पटियाला से आए रागी जत्था भाई प्रिंसपाल सिंघ एवं हजूरी रागी जत्था ज्ञानी प्रेमसिंघ द्वारा दोपहर 2 बजे तक स्थानिय गुरुद्वारे में शब्द कीर्तन होंगे। इसके बाद अरदास एवं लंगर का आयोजन किया जाएगा। विदित हो कि भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा 1 वर्ष से मनाए जा रहे गूरूजी के प्रकाश पर्व का समापन भी आज पटना साहेब में संपन्न होगा। बैतूल जिले के संघ द्वारा भारत सरकार और बिहार सरकार का आभार भी इस अवसर पर प्रकट किया जाएगा। यह कार्यक्रम सिक्ख संगत, पंजाबी संगत सिन्धी बिरादरी और बैतूल के सभी समाज के धर्मप्रमियों द्वारा हर वर्ष संयुक्त रूप से मनाया जाता है और सभी का इसमे सहयोग होता है।
गुरूद्वारा प्रबंधक बैतूल के प्रवक्ता सरदार सुखदर्शन सिंघ ने बताया कि गुरू गोबिंद सिंघ सिक्खो के दसवें धार्मिक गुरू, योद्धा और कवि थे। उनकी शिक्षा से अन्य सिक्ख समुदाय गुरूद्वारा जाकर प्रार्थना करते है। वे अपने पिता तेग बहादुर के उत्तराधिकारी बने। सिर्फ 9 वर्ष की आयु में सिक्खों के नेता एवं अंतिम गुरू बने। गुरूद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार मंजीत सिंघ साहनी, सरबजीत सिंघ, अमरजीत सिंघ, आनंद मनप्रीत सिंघ, बलवान सिंघ, सतनाम सिंघ, शंकर सिंघ आदि ने इस अवसर पर सभी धर्मप्रमियों से प्रकाश पर्व कार्यक्रम में उपस्थित होने का आग्रह किया है।