बैतूल। कलेक्ट्रेट बैतूल के सामने विगत 499 दिनों से धरनारत सेवानिवृत्त 72 वर्षीय बीआर घोरसे ने बताया कि उनके 22 वर्षीय उत्पीडऩ प्रकरण में सक्षम अधिकारी अपनी ही आत्मा की आवाज न सुन द्वंद में जी रहें हैं।
जिससे न केवल संविधान व स्वतंत्र न्यायपालिका का गला घोंटा जा रहा है बल्कि स्वप्रमाणित आरोपी उ”ा पदस्थ अधिकारियों को बचाने शासन व जनप्रतिनिधियों की असहिष्णुता भी स्पष्ट उजागर हो रही है।
स्वतंत्र देश में न्याय पाना मेरा हक है और न्याय देना शासन की वैद्यानिक बाध्यता है। ऐसे में आज 13 फरवरी, शनिवार को धरने के 500वें दिन धरना स्थल पर श्री घोरसे सांकेतिक फांसी का फंदा लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।