होमगार्ड सैनिक के परिवार को नही मिल रहा न्याय आज बुधवार को आनलाईन समाधान बेबसाईट के माध्यम से यह आवेदन मुख्यमंत्री जी को जनसुनवाइ में भेजा गया
प्रति,
श्रीमान माननीय मुख्यमंत्री महोदयजी,
म.प्र. शासन भोपाल
विषयः- स्व. व्यंकटी सोनी की विधवा पत्नि को होमगार्ड विभाग में या अन्य कही रिक्त स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति देने या फिर परिवार को चलाने के लिए पाॅच लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने बाबत।
महोदयजी,
निवेदन है कि मैं छाया व्यंकटी सोनी जो कि मेरे पति स्व. श्री व्यंकटी सोनी जो कि होमगार्ड कार्यालय बैतूल में पदस्थ थे तथा स्व. व्यंकटी सोनी सन 1981 से 2010 तक होमगार्ड विभाग में कार्यरत रहे तथा डयूटी के दौरान उन्हें 1995 के आसपास उन्हें चंदन तस्करों को पकडने के लिए कुछ होमगार्ड जवानों के साथ भेजा गया तथा वहा उन्हें पैरो में जहरीला काॅटा चुभ जाने के कारण उनका पैर सडने लगा डाॅक्टरी चेकअप से पडा चला कि उन्हें गैंगरीन नामक बीमारी ने घेर लिया जिससे धीरे-धीरे पूरा शरीर सडने लगता है परन्तु श्री व्यंकटी सोनी के परिवार में उनकी पत्नि एवं दो दो छोटी बच्चियाॅ है तथा वे संघर्ष करते हुए तथा डाॅक्टरों की सलाह पर उन्हें पंजे का आपरेषन कर पंजा कटवाना पडा जिससे वे विकलांग हो गये तथा उन्हेे विभाग द्वारा आॅपरेषन के लिए कोई मदद नही मिली एक रूपये की सहायता नही दी बल्कि उल्टा उन्हें नौकरी से हटाने की कोषिष की गई तथा प्रयासों के चलते तथा उन्हें विकलांगता के आधार पर उन्हें लाईट डयूटी पर रखा गया तथा उन्होने अपनी नौकरी को ईमानदारी एव लगन से की परन्तु भाग्य की विडंबना कहे की क्या तो 2010 वे जब से आफिस से आ रहे थे तो रास्ते में उन्हें लखवा रूपी बीमारी ने घेर लिया अब वे पूर्ण रूप से बिस्तर पर पड गये थे तथा परन्तु अधिकारी को होमगार्ड कमांडेट साहब को कहने पर भी वे देखने नही आये शासन एक सैनिक को देखने के लिए उनके पास समय नही तथा अगर कोई अधिकारी का बुलावा होता तो चले जाते इसी प्रकार लगातार व्यंकटी सोनी का स्वास्थ्य गिरता गया तथा विभाग में अधिकारियों से अपिल की गई कि व्यंकटी सोनी अब लंबी बिमारी के चलते डयूटी नही कर पायेगे तथा उनकी जगह उनकी पत्नि को रखा जाये जिससे उनके परिवार का खर्चा चल सके तथा डिपार्टमेंट उन्हें कार्य के बदले भुगतान करे परन्तु विभागीय अधिकारियों का जवाब तथा कि जब तक व्यंकटी जिन्दा है अनुकम्पा नही मिल सकती इस प्रकार काफी प्रयास करने पर भी व्यंकटी जीवित रहते हुए बेसूद अवस्था जीना दुभर हो गया पर विभाग ने एक बार भी आकर नही देखा अब तीन साल जब श्री व्यंकटी 18 अक्टूबर 2012 को लंबी बीमारी के चलते उनका निधन हो गया तथा जब अधिकारी कमांडेड साहब से कहा गया कि अनुकम्पा अब दी जाए ताकि परिवार का गुजारा हो सके तो उन्होने गोलमाल जवाब देते हुए कहा कि अब हम अनुकम्पा नियुक्ति नही दे सकते क्योकि हमने व्यंकटी को पद से हटा दिया था कमांडेट दुबे साहब द्वारा कहा गया था कि सैनिक की मृत्यु के उपरान्त पत्नि को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाएगी परन्तु निवेदन करने पर भी कोई उन पर कोई फरक नही पडा तथा कहा गया कि हमने डयूटी से हटाने का आदेष जारी कर दिया अब आप ही बताये मेरे परिवार में मैं छाया सोनी एवं मेरी दो छोटी बेटिया जो आठवी तथा नवमी कक्षा में अध्ययन रत है मेरी आय का कोई भी श्रोत नही है उनकी पढाई एवं भविष्य में शादी से संबंधित समस्याएं सामने आ रही है अभी ये हाल है कि खाने के लाले पड रहे तथा एक समय पर ही खाना बडी मुष्किल से मिल पाता है तथा अब आगे बच्चियों को पढाना भी संभव नही है माननीय मुख्यमंत्री महोदयजी हमारे पास गरीबी रेखा का राषन कार्ड भी है तथा मुझे मात्र विधवा पेंषन 200 रूपये मिलते अब बताइये 200 रूपये में तो मेरे खुद का खर्चा तो चलता नही और बच्चियों को कहा से खिलाउ तथा फिर उनकी पढाई का खर्चा कहा से पूरा करू हमारी हालत बहुत ही दयनीय है छोटी बेटिया प्रदेष के मामा से निवेदन करती है हमारी कोई भी मदद करने को तैयार नही कृपा करके हमारी मदद करे मैं छाया सोनी आपकी बहन आपसे निवेदन करती हॅू कि मुझे होमगार्ड विभाग में पति के स्थान पर पदस्थ करने की, या फिर कही किसी और विभाग में पदस्थ करने या फिर परिवार की आर्थिक सुधारने के लिए मुझे 5 लाख रूपये की आर्थिक सहायता देने की कृपा करे। मुझे आषा है कि आप अपनी बहन की मदद जरूर करेंगे तथा प्रदेष के मामा द्वारा भांजियों को न्याय की गुजारिष है आषा है कि हमारी जीवन की नैया अब आपके हाथों में आप पर पूर्ण विष्वास है कि आप मानवीय आधार पर हमारी मदद जरूर करेंगे क्योकि एक महिला एवं दो बेटिया परेषान है आपसे मदद की गुहार लगाती है।
माननीय मुख्यमंत्री महोदयजी अगर आप हमारी मदद नही कर पायेगे तो हमारे पास मौत को लगाने के अलावा कोई चारा नही है अगर आपके दरबार से भी मदद नही मिली तो आप हमे यह अनुमति दीजिएगा कि मै परिवार सहित आपके निवास पर दोनों बेटियों के साथ अपने जीवन का अंत कर लूंगी इसका जिम्मेदार म.प्र. शासन होगा क्योकि एक औरत और बंेटियों की मदद न करने के कारण हम ये कदम उठाने के लिए मजबूर हो सकते है। आाषा है आप हमारी समस्या को देखते हुए शीघ्र अपनी बहन को मदद देंगे।
सत्य विनय सेवा में पेश है।
धन्यवाद